KABIRDAS KE DOHE: कबीरदास जी के 10 अनमोल दोहे

KABIRDAS KE DOHE कबीरदास जी के अनमोल दोहे !

KABIRDAS KE DOHE : कबीरदास जी के प्रेरणादायक दोहे

KABIRDAS KE DOHE : संत कबीरदास जी का जन्‍म सन 1398 ईसवी में एक जुलाहा परिवार में हुआ था।  संत कबीरदास जी  15 वीं सदी के भारतीय रहस्‍यमयी कवि एवं संत थे। वे हिन्‍दी साहित्‍य के भक्तिकाल के निर्गुण शाखा के ज्ञानमार्गी उपशाखा के महान कवि थे। इनके  पिता का नाम नीरू एवं माता का नाम नीमा था। संत कबीर के रचनाओं ने हिन्‍दी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्‍तर तक प्रभावित किया। संत कबीर सच्‍चे भाव से ईश्‍वर में आस्‍था रखते थे। उन्‍होने सामाज में फैली अनेक कुरीतियों एवं कर्मकांड और सामाजिक बुराईयों को दूर करने के लिए महान कार्य किये। संत कबीरदास जी ने लोगो को एकता के सूत्र का पाठ पढाया।

KABIRDAS KE DOHE : कबीर के प्रसिद्ध दोहे। अर्थ सहित

1. बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय। जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय।

अर्थ:- कबीर दास जी कहते है, की जब वे बुरा मनुष्‍य को खोजने निकले तो, कोई भी उन्‍हे बुरा मानव नहीं मिला

2. धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय।

अर्थ:- कबीर दास जी कहते है, कि मन में धीरज रखने से सब कुछ होता है।

3. चिंता ऐसी डाकिनी, काट कलेजा खाए।

अर्थ:- कबीर दास जी के अनुसार, चिंता एक ऐसी डाकिनी है, जो कलेजा को भी काट खा जाती है, इसका इलाज वैद्य भी नही कर सकता।

4. साईं इतना दीजिए, जा मे कुटुम समाय।

अर्थ:- कबीर दास जी कहते है, कि परमात्‍मा तुम मुुझे बस इतना दे दो कि बस मैं अपना गुजारा बर सकूं और आने वाले मेहमानों को भी भोजन करा सकूंं।

KABIRDAS KE DOHE : कबीर के बहुमूल्‍य दोहे। अर्थ सहित

5. गुरू गोविन्‍द दोउ खेड़े काके लागूं पांय।

अर्थ:- कबीर दास जी कहते है, कि मेरे सामने गुरू और भगवान दोनों खड़ेे है, तो पहले किसका पैर छूउं कहने का तात्‍पर्य यह है। कि गुरू ने ही ईश्‍वर को जानने का रास्‍ता बताया है, तो सबसे पहले गुरू के पैर छूना चाहिए।

6. ऐसी वाणी बोलिए मन का आप खोए, औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए

अर्थ:- कबीर दास जी कहते है, कि मनुुुष्‍य को हमेशा सुदंर वाणी बोलनी चाहिए जिससे सुनने वाले का मन प्रसन्‍न हो जाए। और स्‍वयं भी प्रसन्‍न रहे।

7. मानुष जन्‍म दुर्लभ है, मिले न बारम्‍बार तरवर से पत्‍ता टूट गिरे, बहुरि न लागे डारि।

अर्थ:- कबीर दास जी कहते है, कि मानव जीवन बहुत ही दुर्लभ है। यह बार-बार नहीं मिलता यह जीवन वैैैसा ही है, जैसे वृृृक्ष से एक बार पत्‍ते गिर जाते है। जो दुबारा उसी डाल पर नहीं लगते। अर्थात मानव जीवन बहुत ही कठिनाई से मिलता है। एक बार मानव शरीर छूट जाने पर आसानी नहीं मिलता।

8. जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिए ज्ञान। मोल करो तलवार की, पड़ी रहन दो म्‍यान।

अर्थ:- संत कबीर दास जी कहते है, कि किसी व्‍यक्ति को उसकी जाति नहीं पूछनी चाहिए बल्कि ज्ञान की बात करनी चाहिए। क्‍योंकि असली मोल तो तलवार का होता है। म्‍यान का नहीं

KABIRDAS KE DOHE : कबीर के बेशकीमति दोहे। अर्थ सहित

9. कबीर, पत्‍थर पूजे हरि मिले तो मैं पूजूं पहार। तातें तो चक्‍की भली, पीस खाये संसार।

अर्थ:- संत कबीरदास जी कहते है, कि अगर पत्‍थर की मूर्ति की पूजा करने से भगवान मिल जाते तो मैं पहाड़ की पूजा कर लेता हूं। उसकी जगह कोई घर की चक्‍की की पूजा नहीं करता जिससे आटा पीस कर लोग अपना पेट भरते है।

10. बड़ा हुआ तो क्‍या हुआ, जैसे पेड़ खजूर। पंथी को छाया नहीं, फल लागे अति दूर।

अर्थ:- जिस प्रकार खजूर का पेड़ इतना उंचा होने बावजूद रास्‍ते में आते जाते राहगीर को छाया नहीं दे सकता। और उसके फल इतने दूर लगते है, कि कोई आसनी से तोड़ नहीं सकता। उसी प्रकार आप कितने भी बड़े आदमी बन जाओं यदि आपके अंदर विनम्रता और सादगी नहीं है। किसी की मदद करने की भावना नहीं है, तो आपके बड़ा होने का कोई अर्थ नहीं है।

Socrates Quotes In Hindi:महान दार्शनिक सुकरात के अनमोल विचार

गुरू घासीदास जयंती 2023 विशेषांक : घासीदास जी के 42 अमृतवाणी

 

 

Socrates Quotes In Hindi:महान दार्शनिक सुकरात के अनमोल विचार

Socrates Quotes In Hindi

Socrates Quotes: सुकरात एक प्रमुख यूनानी दार्शनिक थे। सुकरात का मुख्‍य योगदान तार्किक विचारशीलता और नैतिकता के क्षेत्र में है, उनकी विचारशीलता को “सुकरातीय तर्कशास्‍त्र” कहा जाता है। सुकरात ने अपने जीवन के दौरान अधिकांशत: वार्ता और चर्चा के माध्‍यम से शिक्षा दी, लेकिन कभी भी उन्‍होने अपने विचारों को लिखित रूप में नहीं रखा। उनके विचारों का प्रमुख स्‍त्रोत प्‍लेटो और अन्‍य उनके शिष्‍यों के लेखों में है। आज के इस लेख के माध्‍यम से महान दार्शनिक सुकरात के अनमोल विचार के बारे में बताने वाले है।

Dr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi: बीआर अंबेडकर के 20 अनमाेल विचार

संत कबीरदास के 10 महत्‍वपूर्ण दोहे जो जीवन बदल देंगे । Sant Kabir Ke Dohe (Sant Kabir Ke 10 Popuplar Dohe)

गुरू घासीदास जयंती 2023 विशेषांक : घासीदास जी के 42 अमृतवाणी

गुरू घासीदास

गुरू घासीदास जंयती 2023

गुरू घासीदास सतनाम धर्म के संथापक एवं महान व्‍यक्तित्‍व के थे, जिन्‍होने समाज में फैले अशांति को दूर करते हुए सामाजिक न्‍याय, समानता, सच्‍चाई और शांति की वकालत की और सामाजिक उत्‍पीड़न से उत्‍पीड़ित‍ नीचली जातियों की मदद करने का प्रयास किया। जिसके परिणामस्‍वरूप उन्‍होने उस दौर की क्रूर एवं दमनकारी भारतीय समाज में एक नयी जागृति पैदा की। गुरू घासीदास जी के अनुयायी उन्‍हे “अवतारी पुरूष” मानते थे।

यही कारण है कि छत्‍तीसगढ़ राज्‍य में गुरू घासीदास की जयंती व्‍यापक उत्‍सव के रूप में पूरे राज्‍य में बड़ी धूम-धाम श्रद्धा और उत्‍साह के साथ मनाई जाती है। गुरू घासीदास की जन्‍म भूमि और तपो भूमि गिरौदपुरी धामा तथा कर्मभूमि भंडारपूरी था। जहां उन्‍होने अपना उपदेश (संदेश) दिये थे। आज वे स्‍थान सतनामी समाज के धार्मिक और सांस्‍कृतिक तीर्थ स्‍थल के रूप में विख्‍यात हैं। इसलिएगुरु घासीदास बाबाकी जयंती पर हर साल 18 दिसंबर को एवं पूरे माह भर बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है।

इस दिन सतनाम अपने घर के नजदीकी जैतखाम के पास जाकर पूजा करते हैं, सत्य और अहिंसा के आधार पर जो सतनामी पंथ में निहित है, और उसकी विशेषता है, भाईचारा और संगठन शक्ति। गुरू घासीदास जी सामाजिक तथा आध्यात्मिक जागरण की आधारशिला स्थापित करने में ये सफल हुए और छत्तीसगढ़ में इनके द्वारा प्रवर्तित सतनाम पंथ के आज भी लाखों अनुयायी हैं। गुरू घासीदास जी की जयंती पर उनके सिद्धांत और अमृतवाणी के बारे में जानेंगे।

गुरू घासीदास बाबा के 42 अमृतवाणी (उपदेश)

1- सत ह मनखे के गहना आय। (सत्य ही मानव का आभूषण है।)

2-जन्म से मनखे मनखे सब एक बरोबर होथे फेर कर्म के आधार म मनखे मनखे गुड अऊ गोबर होथे। 

3-सतनाम ल जानव, समझव, परखव तब मानव।

4-बइला-भईसा ल दोपहर म हल मत चलाव।

5-सतनाम ल अपन आचरण में उतारव।

6-अंधविश्वास, रूढ़िवाद, परंपरावाद ल झन मानव।

7-दाई-ददा अउ गुरू के सनमान करिहव।

8-हुना ल साहेब समान जानिहव।

9-इही जनम ल सुधारना साँचा ये। (पुनर्जन्म के गोठ झूठ आय।)

10-गियान के पंथ किरपान के धार ये।

11-दीन दुःखी के सेवा सबले बड़े धरम आय।

12-मरे के बाद पीतर मनई मोला बईहाय कस लागथे। पितर पूजा झन करिहौ, जीते-जियात दाई ददा के सेवा अऊ सनमान करव। 

13-जतेक हव सब मोर संत आव।

14-तरिया बनावव, कुआँ बनावव, दरिया बनावव फेर मंदिर बनई मोर मन नई आवय। ककरो मंदिर झन बनाहू।

15-रिस अउ भरम ल त्यागथे तेकरे बनथे।

16-दाई ह दाई आय, मुरही गाय के दुध झन निकालहव।

17-बारा महीना के खर्चा सकेल लुहु तबेच भले भक्ति करहु नई ते ऐखर कोनो जरूरत नई हे।

18-ये धरती तोर ये येकर सिंगार करव।

19-झगरा के जर नइ होवय ओखी के खोखी होथे।

20-नियाव ह सबो बर बरोबर होथे।

21-मोर संत मन मोला काकरो ल बड़े कइही त मोला सूजगा मे हुदेसे कस लागही।

22-भीख मांगना मरन समान ये न भीख मांगव न दव, जांगर टोर के कमाए ल सिखव।

23-सतनाम ह घट घट में समाय हे, सतनाम ले ही सृष्टि के रचना होए हावय।

24-मेहनत के रोटी ह सुख के आधार आय।

25-पानी पीहु जान के अउ गुरू बनावव छान के।

26 -मोर ह सब्बो संत के आय अउ तोर ह मोर बर कीरा ये। (चोरी अउ लालच झन करव।)

27-सतनाम ह जीवन के आधार आय।

28-खेती बर पानी अऊ संत के बानी ल जतन के राखिहव।

29-पशुबलि अंधविश्वास ये एला कभू झन करहु।

30-जान के मरइ ह तो मारब आएच आय फेर कोनो ल सपना म मरई ह घलो मारब आय।

31-अवैया ल रोकन नहीं अऊ जवैया ल टोकन झन।

32-चुगली अऊ निंदा ह घर ल बिगाडथे।

33-धन ल उड़ावव झन, बने काम में लगावव।

34-जीव ल मार के झन खाहु।

35-गाय भैंस ल नागर म झन जोतहु।

36-मन के स्वागत ह असली स्वागत आय।

37-जइसे खाहु अन्न वैसे बनही मन, जइसे पीहू पानी वइसे बोलहु बानी।

38-एक धुबा मारिच तुहु तोर बराबर आय।

39-काकरो बर काँटा झन बोहु।

40-बैरी संग घलो पिरीत रखहु।

41-अपन आप ल हीनहा अउ कमजोर झन मानहु, तहु मन काकरो ले कमती नई हावव।

42-मंदिरवा म का करे जईबो अपन घर के ही देव ल मनईबो।

गुरू घासीदास बाबा के 07 सिद्धांत

  • सतनाम पर अडिग विश्‍वास रखो।
  • मूर्ति पूजा मत करो
  • जाति-पांति के चक्‍कर में मत पड़ो।
  • जीव की हत्‍या मत करो।
  • नशा का सेवन मत करो।
  • पराई स्‍त्री को माता बहन मानो।
  • चोरी और जुआ से दूर रहो।

Manjhingarh Hill Tourist place II मांझीनगढ़ की पहाड़ी II

Biography of Guru Ghasidas II गुरू घासीदास का जीवन परिचय II

विशाखापट्टनम के 5 खूबसूरत जगहें । Vizag Tourist Places

Dr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi: बीआर अंबेडकर के 20 अनमाेल विचार

Dr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi

Dr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi: डॉ. भीमराव अंबेडकर का संक्षिप्‍त परिचय:-

Dr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi: डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में स्थित महू में हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल एवं माता का नाम भीमाबाई थी वे उनके 14 वीं संतान थे। उनकी पत्नि का नाम रमा बाई था। उनका परिवार कबीर पंथ का अनुयायी था, दलित परिवार से संबंध रखने के कारण उन्‍हे कापी सामाजिक और आर्थिक रूप से भेदभाव का सामना करना पड़ा था।

बचपन में उन्‍हे आम बच्‍चो के साथ पढ़ने नहीं दिया जाता था। स्‍कूल मेंं सबसे पीछे अलग से बिठाया जाता था, उन्‍हे पानी पीने तक का अधिकार नहीं था। फिर भी उनके अंदर पढ़ने की जबरदस्‍त ललक थी। इन सब परिस्थियों के बावजूद वे आगे बढ़ते रहेे। अपनेे जीवन मेंं उन्‍होने इतने ठोकरे खाई की उनके जीवन में बहुत गहरा प्रभाव पड़ा और अपने दिन रात की मेहनत से आगे चलकर यही व्‍यक्ति एक महान महापुरूष के रूप मेंं दुनिया के सामने आये।

अंबेडकर ने बॉम्बे विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और आगे की पढ़ाई न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय एवं लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में की। उनकी लोकप्रियता पूरी दुनिया में बढ़ती गई। और उन्‍हे बाबासाहेब अंबेडकर के नाम से भी जाना जाता था। आज हर कोई जानता है, कि वह भारतीय संविधान के निर्माताओं में से एक थे। वह एक बहुत ज्ञानवान, प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, प्रख्यात न्यायविद्, दूरदर्शी, दार्शनिक, मनोविज्ञानी, इतिहासकार, वक्ता, लेखक, अर्थशास्त्री, विद्वान, समाजसुधारक और संपादक भी थे।

डाॅ. भीमराव अंबेडकर का निधन 6 दिसम्‍बर 1956 को 65 वर्ष की उम्र में उनके निवास दिल्‍ली मेंं हुआ। उनके जीवन के एक एक पहलू हर व्‍यक्ति के लिए प्रेरणा है, कैसे उन कठिन परिस्थियों से निकल कर उन्‍होने अपने समाज अपने देश के लिए और हर व्‍यक्ति के अधिकार के लिए लड़ाईयां लड़ी। आज की इस पोस्‍ट के माध्‍यम से उनके महान विचारों के बारे में जानेगें जिन्‍हे हम सभी को अपने जीवन मेंं उतारना चाहिए…..।

Dr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi: डॉ भीमराव अंबेडकर के अनमोल विचार

“शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो पियेगा वह दहाड़ेगा”

“शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो”

“जो झुक सकता है, वह सारी दुनिया को झुका भी सकता है”

“छीने हुए अधिकार भीख में नहीं मिलते, उन अधिकारों को वसूल करना होता है”

Dr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi: जीवन के लिए मत्‍वपूर्ण महान विचार

“जो कौम अपना इतिहास नहीं जानती है, वो कौम अपना इतिहास भी नहीं बना सकती”

“बुद्वि का विकास मानव के अस्तित्‍व का अंतिम लक्ष्‍य होना चाहिए”

“जो व्‍यक्ति अपनी मौत को हमेशा याद रखता है, वह सदा अच्‍छे कार्य में लगा रहता है”

“अपने भाग्‍य के बजाय अपनी मजबूती पर विश्‍वास करो”

“मैं ऐसे धर्म को मानता हूं, जो स्‍वतंत्रता समानता और भाईचारा सिखता है “

Dr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi: वह विचार जो आपकी जीवन बदल देगी।

“ज्ञान व्‍यक्ति के जीवन का आधार है “

“महात्‍मा आये और चले भी गये, लेकिन अछूत अछूत ही रहे “

“मेरे नाम की जय जय कार करने से अच्‍छा है, मेरे दिखाये हुए रास्‍ते पर चलो “

“मै रात भर इसलिए जागता हूं, क्‍योंकि मेरा समाज सो रहा है “

“यदि मुझे लगा कि संविधान का दुरूपयोग हो रहा है, तो मै इसे सबसे पहले जलाउंगा ”

DDr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi: ऐसे विचार जिसे सभी को सीखना चाहिए

“अच्‍छा दिखने के लिए मत जियो, बल्कि अच्‍छा बनने के लिए जियो “

“किसी समाज का विकास उस समाज की महिलाओं से मापा जाता है “

“देश का राष्‍ट्रपति एक दलित हो सकता है, लेकिन एक मंदिर का पुजारी नहीं, राष्‍ट्रपति बनना संविधान की देन है, और पुजारी बनना धर्म की “

“यदि कोई व्‍यक्ति जीवन भर सीखना चाहे तो भी वह ज्ञान सागर के पानी मेंं घुटने जितना ही जा सकता है”

“इस दुनिया में गरीब वही है, जो शिक्षित नहीं है। इसलिए आधी रोटी खा लेना लेकिन अपने बच्‍चों को जरूर पढ़ाना”

DDr. BR Ambedkar Top Quotes In Hindi:

डॉ. भीमराव अंबेडकर महापरिनिर्वाण दिवस

डॉ.भीमराव आंबेडकर की भारतीय संविधान को तैयार करने में बहुत बड़ी भूमिका थी। इसी वजह से उन्‍हे संविधान के निर्माता के रूप में जाना जाता हैं। वह बड़े समाज सुधारक और विद्वान थे। आंबेडकर के अनुयायी और अन्य भारतीय नेता इस मौके पर चैत्य भूमि जाते हैं और भारतीय संविधान के निर्माता को श्रद्धांजलि देते हैं। उनका निधन 6 दिसंबर, 1956 को दिल्ली स्थित उनके घर पर हुआ था उनकी पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

इन्‍हे भी देखे:-

Success Stories: Rajaram Tripathi सालाना टर्न ओवर 25 करोड़ से अधिक। खेती के लिए 7 करोड़ का हेलीकाॅप्‍टर

झिटकू मिटकी की प्रेम कहानी Jhitku Mitki’s Love Story

Praveer Chand Bhanjdev: प्रवीर चंद भंजदेव का जीवन परिचय 2023

APJ Abdul Kalam: Best Biography अब्‍दुल कलाम की जीवनी

Gundadhur Free Biography In Hindi 1 गुंडाधूर का जीवन परिचय

Jangal Safari Raipur I जंगल सफारी रायपुर की खास बातें